महादीपीय विस्थापन सिद्धांत, महाद्वीप और महासागर, महाद्वीप और महासागर के नाम, Continent and Ocean, about earth in Hindi, Prithvi kaise bani,
1). महाद्वीप और महासागर की उत्पत्ति कैसे हुई?
2). महाद्वीप और महासागर में क्या अंतर है?
3). महाद्वीप का निर्माण कैसे हुआ?
4). महासागर कैसे बने?
5). पैंजिया से टूट कर सबसे पहले कितने महाद्वीप बने?
6). समुद्र की उत्पत्ति कैसे हुई?
वेगनर का महाद्वीपीय विस्थापन सिद्धांत
वेगनर जर्मनी देश का विचार था। वेगनर में सन 1912 में अपनी पुस्तक "महाद्वीप और महासागर" ( The Continent & The Ocean ) में कठिन जर्मन भाषा में अपने सिद्धांत का प्रतिपादन किया।
लेकिन उसने अपने सिद्धांत में पी. पलेसेट, एंटोनियो पेलेग्रिनी, स्नाइडर व टेलर के विचारों को भी शामिल किया। सन 1924 में वैगनर ने अपने सिद्धांत का अंग्रेजी भाषा में प्रकाशन/अनुवाद किया।
वेगनर के अनुसार आज से 30 करोड़ वर्ष पूर्व कार्बोनिफेरस युग में संपूर्ण महाद्वीपीय भाग आपस में गेंद की भांति इकट्ठे हो कर दक्षिणी ध्रुव के निकट स्थित था जिसे पैंजिया नाम दिया गया।
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हम कल्पना कर सकते हैं कि जिस प्रकार पानी में रखी गेंद जिसके दो भाग कर दिया जाए और मानो उसके आसपास का पानी अब उस गेंद के बीच से होकर गुजरने लगे ठीक उसी प्रकार वैगनर के सिद्धांत के अनुसार गेंद एक विशालकाय पैंजिया है और उसके दोनो भागो तथा उसके बीच बहते सागर को निम्न नाम दिए -
पैंजिया के उत्तरी भाग को अंगारालैंड व दक्षिणी भाग को गोंडवाना लैंड नाम दिया। वेगनर ने पैंजिया के चारों ओर स्थित सागर को पेंथालसा सागर नाम दिया। अंगारालैंड वह गोंडवाना लैंड के मध्य में एक सागर स्थित था जिसे वैगनर ने तेथिस सागर नाम दिया। वेगनर के अनुसार पैंजिया का उपरी भाग अंगारालैंड एक दरारनुमा संरचना के द्वारा विभाजित था। उसे लोरेंशिया नाम दिया वैगनर के अनुसार पैंजिया में तीव्र विस्फोट के फलस्वरुप महाद्वीपों का 2 दिशाओं में विस्थापन हुआ।
पश्चिम की ओर विस्थापन (Westward displacement ) - यह विस्थापन पृथ्वी की घूर्णन गति के कारण प्रभावित रहा। पृथ्वी की पश्चिम से पूर्व दिशा की ओर घुर्णन गति के कारण महाद्वीपों का विस्थापन पश्चिम दिशा में हुआ।
उत्तर दिशा में विस्थापन (Northward displacement) - उत्तर दिशा में विस्थापन चंद्रमा और सूर्य की गुरुत्वाकर्षण शक्ति एवं जलीय भाग में लगने वाले उत्प्लावन बल के कारण संभव हुआ।
वेगनर के अनुसार उत्तरी गोलार्ध में स्थित महाद्वीपों का निर्माण अंगारालैंड से हुआ है जिनमें एशिया व यूरोप शामिल है। उत्तरी अमेरिका का निर्माण अंगारालैंड के दरारनुमा संरचना लोरेंशिया से हुआ है।
दक्षिणी गोलार्ध में स्थित महाद्वीपों का निर्माण गोंडवाना लैंड से हुआ है जिसमें अंटार्कटिका, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अमेरिका, व अफ्रीका महाद्वीप शामिल है।
भारत का निर्माण मुख्य रूप से गोंडवाना लेंड व टेथिस सागर से हुआ है लेकिन इसमें कुछ भाग अंगारालेंड का भी शामिल हैं।
वेगनर के द्वारा महाद्वीप विस्थापन सम्बन्धी साक्ष्य
JIG SAW FIT [साम्य स्थापन] - यह साक्ष्य वेगनर द्वारा दिए गए साक्ष्यो में सबसे महत्वपूर्ण था। इस साक्ष्य के अनुसार जिस प्रकार लकड़ी काटने की दो आरियो[ SAW ] के दातों को यदि आपस में मिलाया जाए तब वह एक दूसरे से जुड़ जाती है इसी प्रकार अटलांटिक महासागर के पूर्वी व पश्चिमी तटों को यदि आपस में मिलाया जाए तो एक दूसरे से जुड़ जाते हैं अर्थात अंगारालैंड व गोंडवानालैंड के भाग आपस में जुड़ जाते हैं।
सोने संबंधी साक्ष्य - वैगनर ने ब्राजील देश के तटीय क्षेत्रों में खुदाई करवाने पर सोने के भंडारों की खोज की। यदि ब्राजील का यह क्षेत्र अफ्रीका महाद्वीप के गाना देश से जुड़ा हुआ था तब गाना देश के तटीय क्षेत्र में भी सोने के भंडार पाए जाने चाहिए जो वास्तविकता में सत्य पाए गए।
यह साक्ष्य इस बात को सिद्ध करता है कि गोंडवाना लेंड के भाग आपस में एक दूसरे से जुड़े हुए थे।
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Gold Picture |
अपलेशियस पर्वत संबंधी साक्ष्य - अमेरिका देश के पूर्वी किनारे पर स्थित अपलेशियस पर्वत विखंडित रूप में है। इस पर्वत का टूटा हुए शेष भाग आज भी नॉर्वे ओर स्वीडन देशों की सीमा पर जलोन पर्वत ( KJLON ) के रूप में पाया जाता है। इस दोनों पर्वतों की आयु व चट्टानी संरचना एक समान है। जो इस बात को सिद्ध करते है कि ये पर्वत प्रारम्भ में आपस में जुड़े हुए थे अर्थात अंगारालैंड के भाग आपस में जुड़े हुए थे।
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Apaleshiyas Mountain |
लेमिंग जंतु संबंधी साक्ष्य। - यह उत्तरी ध्रुवीय क्षेत्र में पाया जाने वाला चूहे से बड़े आकार का जंतु है। इस जंतु की भोजन की खोज में पश्चिम दिशा में भागकर समुद्र में कूद कर अपनी जान देना यह विचित्र गतिविधि महाद्वीपों के निर्माण के समय से है यो वर्तमान में भी व्याप्त है। यह गतिविधि महाद्वीपीय विस्थापन की सिद्ध करती है।
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Leming Jantu |
जीव जंतुओं एवं पेड़ पोधों संबंधी साक्ष्य - उत्तरी गोलार्ध में सभी महाद्वीपों में जीव जंतुओं एवं पेड़ पोधौ की प्रजातियां एवं विकास का क्रम एक समान रहा है।
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Forest Tree Photo |
इसी प्रकार दक्षिणी गोलार्ध के महाद्वीपों में भी यही समानता रही है जो इस बात को सिद्ध करती है कि अंगारालेंड के भाग आपस में जुड़े हुए थे।
इन सभी तथ्यों से यह सिद्ध हो गया कि अंगारा लैंड के सभी भाग आपस में एवं गोड़वाना लैंड के सभी भाग आपस में जुड़े हुए थे।
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1 Comments
ReplyDeleteआप का ये पोस्ट महाद्वीप और महासागर के नाम पढ़ क बहत ही अच्छा लग। अपने जो सूचना दिया है वो सराहनीये ही। ऐसे ही पोस्ट करते रहिये
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